आलेख शिखर सम्मान से नवाजे गए पूर्व केंद्रीय मंत्री डा. निशंक

आलेख शिखर सम्मान से नवाजे गए पूर्व केंद्रीय मंत्री डा. निशंक
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उत्कृष्ट साहित्या सृजन के लिए मिला सम्मान

तीर्थ चेतना न्यूज

देहरादून। देश के पूर्व शिक्षा मंत्री डा. रमेश पोखरियाल को आलेख शिखर सम्मान से नवाजा गया। ये सम्मान उन्हें उत्कृष्ट साहित्य सृजन और साहित्या के माध्यम से युवा पीढ़ी को प्रोत्साहित करने के लिए दिया गया।

टाइम्ज़ समूह के बेनेट विश्वविद्यालय में नवोदित लेखकों को प्रोत्साहित करने हेतु आलेख 2023 का आयोजन किया गया। इस अवसर पर हिंदी के प्रख्यात कवि, साहित्यकार एवं भारत सरकार के पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल “निशंक” को उनके उत्कृष्ट साहित्य सृजन और साहित्य के माध्यम से युवा पीढ़ी को प्रोत्साहित करने हेतु आलेख शिखर सम्मान से सम्मानित किया गया।

आलेख अभियान के द्वारा विश्वविद्यालय आकांक्षी लेखकों को प्रोत्साहित कर उन्हें लेखन के गुर सीखकर नयी उंचाईया प्रदान करेगा। आलेख अभियान युवाओं के अंदर लिखने की प्रतिभा को पहचान कर उन्हें बेहतर लेखन के लिए प्रोत्साहित कर उन्हें पुस्तक प्रकाशन में सहायता प्रदान करेगा।

लिखने पढ़ने और विश्लेषण करने की क्षमता विकास को समर्पित यह अभियान युवाओं में संवेदनशीलता को उजागर कर उन्हें बेहतर नागरिक बनाने को कोशिश करेगा। लिखने की ताक़त, पुस्तकों का प्रभाव और सृजन क्षमता की महत्ता को समर्पित यह टाइम्ज़ समूह की पहल का पूरे देश में अनुकरण होगा।

इस अवसर पर टाइम समूह के प्रबंध निदेशक एवं बेनिट विश्वविद्यालय के कुलाधिपति विनीत जैन ने कहा कि डॉ. निशंक ने साहित्य के माध्यम से समाज को नयी दिशा दी है । उन्होंने आशा व्यक्त की कि डॉ निशंक अपने कृतियों से समाज और साहित्य को जोड़ने का कार्य करते रहेंगे।

ज्ञातव्य है डॉ. निशंक ने 110 से अधिक पुस्तकें लिखी हैं और अपनी साहित्यिक उपलब्धियों के लिए उन्हें पंद्रह से अधिक देश सम्मानित कर चुके हैं। डॉ. निशंक के साहित्य पर 30 से अधिक शोध हो चुके हैं या हो रहें हैं। बेनेट विश्वविद्यालय ग्रेटर नोएडा ने डॉ. निशंक को साहित्य की विभिन्न विधाओं में उत्कृष्ट योगदान की सराहना करते हुए देश को नयी शिक्षा प्रणाली में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए धन्यवाद दिया ।

डॉ. निशंक ने विश्वविद्यालय परिवार का आलेख शिखर सम्मान सम्मानित करने हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया । विशिष्ट सम्मान को अत्यंत विनम्रता पूर्वक स्वीकार करते हुए डॉ. निशंक ने कहा कि मै इसे अपने पाठको को समर्पित करता हूँ जिनके स्नेह ने मुझे सदैव कुछ लिखने के लिए, कुछ अभिव्यक्त करने हेतु प्रेरित किया।

उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह अत्यंत गौरव और हर्ष का विषय है कि विश्व के सौ करोड़ लोगो से ज्यादा द्वारा हिंदी भाषा को समृद्ध साहित्य के साथ-साथ व्यापक क्षेत्र में संप्रेषण माध्यम के रूप में प्रयुक्त किया जाता है ।

डॉ. निशंक ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि जिस विश्वविद्यालय में आज हम उपस्थित हैं वह सामाजिक विकास और समाज के एक व्यापक वर्ग की अभिव्यक्ति की संभावनाओं को आकार देने में और सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि नयी शिक्षा नीति में महात्मा गांधी की नई तालीम के माध्यम से बच्चों में एक नई वैचारिक क्रांति जगाने के लिए संकल्पबद्ध हैं। विश्व स्तर पर विकास और उत्कृष्टता के उच्चतर स्तर तक पहुंचने के विश्वविद्यालय के प्रयासों की सराहना करते हुए डॉ निशंक ने नए प्रयासों हेतु शुभकामनाएं दी।

कार्यक्रम में पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल,(आईपीएस) डॉ. किरण बेदी, मुख्य शिक्षा अधिकारी-ग्रांट थॉर्नटन एलएलपी अंकित झाम्ब, रिलायंस में मानव संसाधन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरजीत खंडूजा, बेनेट विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रभु कुमार अग्रवाल एवं वरिष्ठ लेखक भी उपस्थित रहे।

Tirth Chetna

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