तीर्थनगरी ऋषिकेश का ढंग से दीदार नहीं कर पा रहे तीर्थ यात्री
जी 20 की तैयारियों के चलते अस्त-व्यस्त हुआ गंगा आर-पार
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। इस वर्ष तीर्थ यात्री और पर्यटक तीर्थनगरी ऋषिकेश के विभिन्न क्षेत्रों का ढंग से दीदार नहीं कर पा रहे हैं। वजह यात्रा के बीच चल रही जी 20 की तैयारियां हैं। चंद घंटों के लिए हो रही बड़ी तैयारियों के चलते गंगा आर और पार अस्त-व्यस्त बना हुआ है।
देवभूमि उत्तराखंड के लिए चारधाम से महत्वपूर्ण कुछ नहीं है। देश, दुनियां और उत्तराखंड का आम जनमानस ऐसा ही कुछ मानता है। मगर, इस साल की चारधाम यात्रा जी 20 की तैयारियों के चलते हाशिए पर पहुंच गई है। कम से कम तीर्थनगरी ऋषिकेश में ऐसा देखा और महसूस किया जा सकता है।
देश के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले तीर्थ यात्री चारधाम यात्रा के साथ ही ऋषिकेश और हरिद्वार का दीदार जरूर करना चाहते हैं। पिछले कुछ सालों में ऋषिकेश ने तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों का ध्यान खास तरह से आकर्षित किया है।
यहां के रामझूला, लक्ष्मणझूला, जानकी सेतु, स्वर्गाश्रम, मठ-मंदिर और आश्रमों का लोग दीदार करना चाहते हैं। लक्ष्मणझूला बंद है। जानकी सेतु भी कुछ दिनों से प्रशासन ने बंद कर दिया है। ऐसा जी 20 की तैयारियों के लिए किया गया है।
ऐसे में यात्रियों और पर्यटकों के लिए स्वर्गाश्रम क्षेत्र में पहुंचने के लिए रामझूला ही एक मात्र विकल्प रह गया है। इस झूला पुल पर तीन झूला पुलों का दबाव आ गया है। स्थानीय लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
एक झूला पुल पर ही मारे भीड़ के बुजुर्ग तीर्थ यात्री स्वर्गाश्रम क्षेत्र में नहीं जा पा रहे हैं। यही नहीं पर्यटक भी उक्त क्षेत्र का ढंग से दीदार नहीं कर पा रहे हैं। जाहिर है कि इसका असर रोजगार पर भी पड़ रहा होगा। हैरानगी की बात ये है कि चारधाम यात्रा के बीच हो रही जी 20 की तैयारियां सिर्फ घंटे-दो घंटे के कार्यक्रम के लिए ही हो रही है।