देवप्रयाग। चारधाम समेत 51 मंदिरों की व्यवस्था श्राइन बोर्ड के माध्यम से अपने हाथ में लेने की भाजपा सरकार की जिद के खिलाफ बदरीनाथ के तीर्थ पुरोहित सड़कों पर उतर आए।
श्राइन बोर्ड के विरोध में तीर्थ पुरोहितांं ने आक्रोश रैली निकाली। इसकी बड़ी संख्या में महिलाओं और युवाओं ने शिरकत की। बसअड्डे से शुरू हुई आक्रोश रैली तीर्थनगरी के टिहरी पौड़ी जिले स्थित बाजारों से होती श्री रघुनाथ मन्दिर तक पहुचीं।
रैली में शामिल लोग अपने हाथों में श्राइन बोर्ड की खिलाफत लिखि तब्खितयां लिए हुए थे। इस मौके पर हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि सरकार का तीर्थों की परंपरागत व्यवस्था के प्रति रवैया अच्छा नहीं है। जोर देकर कहा कि श्राइन बोर्ड के माध्यम से पंरपराओं से छेड़छाड़ के हो रहे प्रयास ठीक नहीं है। इसे सहन नहीं किया जाएगा।
सवाल उठाया कि सरकार बताए कि आखिर हरिद्वार और कुमाउ क्षेत्र के मंदिरों को प्रस्तावित श्राइन बोर्ड में क्यों शामिल नहीं किया गया।भाजपा की प्रदेश सरकार को इस पर जवाब देना होगा। साथ ही कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि धामों की अच्छी व्यवस्था के लिए उसे मंदिरों में घुसने की जरूरत क्यों पड़ रही है।
इस मौके पर नगर पालिका की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती शुभांगी कोटियाल, रेखा भटट, नीता ध्यानी, सरिता कर्नाटक,शुभा तिवारी, रजनी बडोला, रजनी, शुभांगी ,अंजू बाबलूलकर, सुमन कोटियाल, विहिप बदरीनाथ के पूर्व अध्यक्ष विजय ध्यानी,श्रीकांत बडोला,शशिकांत पंचभैया,राहुल कोटियाल,डॉ प्रभात रतूड़ी,अतुल जागीरदार, उत्तम भट्ट,विनोद टोडरिया, उपवन ध्यानी, मुकेश पंचपुरी,हरिओम उनियाल,अत्रेश, ऋतिक, अतुल, शशि ध्यानी आदि शामिल थे।