प्रदेश भर में शराब की दुकानों के हो रहे विरोध को सरकार द्वारा ठंडा करने के प्रयास शुरू हो गए हैं। दुकानों के छह घंटे खुलने के मुख्यमंत्री के ऐलान को इसी रूप में देखा जा रहा है।
शराब के खिलाफ पूरे प्रदेश में बनें माहौल से प्रदेश सरकार परेशान है। तमाम कोशिशों के बावजूद विरोध कम होने का नाम नहीं ले रहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत भाजपा के आला नेता ऐलान कर चुके हैं कि धीरे-धीरे इस पर अंकुश लगाया जाएगा।
बावजूद इसके विरोध जारी है। अब मुख्यमंत्री ने विरोध को ठंडा करने के लिए शराब की दुकाने छह घंटे ही खोलने का ऐलान किया है। साथ ही अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ कड़ा कानून लाने की बात कही है। ताकि धंधेबाजो को आसानी से जमानत न मिल सकें।
बहरहाल, अब देखने वाली बात ये होगी कि सरकार के विरोध में सड़कों पर उतरे लोगों पर इसका कितना असर दिखता है।