आदिधाम श्री बदरीनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद
तीर्थ चेतना न्यूज
श्री बदरीनाथ। आदिधाम श्री बदरीनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं। इस मौके पर हजारांे श्रृद्धालु मौजूद रहे। इसके साथ ही उत्तराखंड के चारों धामों के कपाट बंद हो गए हैं।
शनिवार को दोहपर बाद तीन बजकर 33 मिनट पर आदिधाम श्री बदरीनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। कपाट बंद होने की प्रक्रिया 14 नवंबर को गणेश मंदिर के कपाट बंद होने के साथ शुरू हुई थी।
बहरहाल, इस मौके पर मंदिर के मुख्य द्वार और परिसर को फूलों से सजाया गया था। तड़के महाभिषेक के बाद बाल भोग लगाने के बाद 11 बजे राजभोग की परंपरा पूरी की गई। एक बजकर 45 मिनट पर रावल ने स़्त्री रूप धारण का लक्ष्मी जी को गर्भगृह में विराजमान किया।
इससे पूर्व उद्धव और कुबेर के विग्रह स्वरूपों को मंदिर प्रांगण में डोली में विराजमान किया गया। दो बजे सायंकालीन आरती की गई। इसके साथ ही भगवान बदरी विशाल को घृत कंबल ओढ़ाया गया। इसके बाद ठीक तीन बजकर 33 मिनट पर गर्भगृह और सिंहद्वार को बंद कर दिया गया।