श्री बदरीनाथ धाम में दरकने लगा है पंचभैया मोहल्ला
जरूरी सामान समेटने धाम की ओर दौड़े तीर्थ पुरोहित
तीर्थ चेतना न्यूज
देवप्रयाग। भू-बैकुंठ धाम में किसी के सपनों को आकार देने के लिए तीर्थ पुरोहितों के पुस्तैनी घर निशाने पर आ गए हैं। सपनों का पथ बनाते-बनाते निर्माण एजेंसी ने अतिप्राचीन पंचभैया मोहल्ले को भी खतरे में डाल दिया है।
बगैर पर्याप्त बहस मुबाहिश के सपनों के धाम बनाने की जिद लोगों को यथार्थ के धाम से दूर ले जाने की तैयारी कर रहा है। इस तैयारी में आदिधाम श्री बदरीनाथ को विश्व पटल पर स्थापित करने वाले तीर्थ पुरोहितों को पहले बेगाना बनाया गया और अब उनके पुरखों की संजोकर रखी कूड़ी पुंगड़ियों को उजाड़ा जा रहा है।
कपाट बंद होने के बाद ताजा मामला श्री बदरीनाथ धाम के पंचभैया मोहल्ले का है। यहां मेन मार्केट में चली मशीनों से पूरा मोहल्ला खतरे में आ गया है। थोड़ी सी बारिश या प्राकृतिक हलचल अब पंचभैया मोहल्ले को कभी भी अलकनंदा की भेंट चढ़ा देगी।
इसकी सूचना मिलते ही तीर्थ पुरोहित भागे-भागे श्री बदरीनाथ पहुंच रहे हैं। ताकि अपना जरूरी सामान समेट सकें। श्री बदरीश पंडा पंचायत के कोषाध्यक्ष अशोक टोडरिया के नेतृत्व में गए तीर्थ पुरोहितों के दल ने निर्माण एजंेसी के रवैए की कड़ी निंदा की।
टोडरिया के मुताबिक पूरे पंचभैया मोहल्ला कभी भी जमींदोज हो सकता है। प्रशासन के सम्मुख ये मामला पहले भी रखा जा चुका है। बावजूद इसके इस पर गौर नहीं किया गया।
इस पूरे मामले में उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी से प्रशासन का पक्ष जानने का प्रयास किया गया। मगर, पहले फोन नहीं उठा और फिर फोन स्विच ऑफ बताया गया। प्रशासन का पक्ष मिलने पर प्रमुखता से प्रकाशित किया जाएगा।