ऋषिकेश एम्स में जल्द ही इमरजेंसी सेवा शुरू की जाएगी। फिलहाल यहां 100 बेड हांगे। एम्स में विशेष चिकित्सकीय सेवा के लिए विस्तार जरूरी है और इसके लिए करीब 200 एकड़ भूमि की दरकार है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश के नवनियुक्त निदेशक डा. रवि कांत मंगलवार को मीडिया से रूबरू हुए। इस मौके पर उन्होंने एम्स, ऋषिकेश की मौजूदा स्थिति के साथ विकास का रोडमैप भी प्रस्तुत किया। कहा कि जल्द ही 100 बेड का इमरजेंसी वार्ड तैयार किया जाएगा। ताकि इमरजेंसी केसों को भी लिया जा सकें।
उन्होंने कहा कि एम्स एक अलग प्रकार की परिकल्पना है। इसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र और डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की प्रतिकृति के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। प्रदेश में जो उपचार उक्त श्रेणी के हॉस्पिटल में नहीं मिल पा रहा है वो एम्स में मिलना चाहिए।
कहा कि एम्स में विशेषज्ञ सेवा शुरू करने के लिए विस्तार की जरूरी है और इसके लिए एम्स को करीब 200 एकड़ भूमि की दरकार है। एम्स प्रशासन लगातार स्टेट गवर्नमेंट से इस मामले को एप्रोच की जा रही है। भूमि उपलब्ध होते ही विशेषज्ञ सेवाओं को आकार दिया जाएगा।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सामान्य उपचार, विशेष चिकित्सकीय सेवा के अलावा एम्स पर उपचार की अत्याधुनिक सुविधाओं को इंट्रोडयूज करने का जिम्मा भी है। इसके लिए फैकल्टी डेवेलपमेंट प्राग्राम पर भी गौर किया जाएगा।