पौड़ी। फूलदेई यानि चैत्र माह का पहला दिन। आज से एक महीने तक फुलेरी घर-घर के द्वारों का श्रृंंगार फूल पत्तियों से करेंगी।
चैत्र माह की शुरूआत उल्हास साथ लेकर आता है। लोग ग्रीष्म ऋतु का स्वागत करते हैं। घरों में उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा के संचार के लिए फुलेरी यानि कुमारी कन्याएं आस-पास के घरों के द्वारों का श्रृंगार ताजे फूल और पत्तियों से करती हैं।
इसमे पीले रंग का फूल फ्योंली का खास महत्व है। उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में फूलदेई और फूल संक्रांति को लेकर तमाम मान्यताएं हैं। घर के द्वारों को फूलों के सजाने क्रम संक्रांति से शुरू होकर पूरा महीने चलता है और बैसाखी पर संपन्न होता है।
इसके तमाम वैज्ञानिक पहलु भी हैं। बहरहाल, आज से पूरे राज्य में फूलदेई की धूम है।