सरदार भगत सिंह गवर्नमेंट पीजी कॉलेज रूद्रपुर में टीबी जागरूकता कार्यक्रम

सरदार भगत सिंह गवर्नमेंट पीजी कॉलेज रूद्रपुर में टीबी जागरूकता कार्यक्रम
Spread the love

एनएसएस के स्वयं सेवियों ने जाने कारण और लक्षण

तीर्थ चेतना न्यूज

रूद्रपुर। सरदार भगत सिंह गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, रूद्रपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के एक दिवसीय शिविर टीबी जागरूकता के लिए समर्पित रहा। शिविर में विशेषज्ञ डॉक्टर्स ने स्वयं सेवियों को टीबी के कारण और लक्षणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

शनिवार को कॉलेज में प्रधानमन्त्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान’ के अंतर्गत ’टी.बी. जागरूकता’ की थीम पर आयोजित इस एक दिवसीय शिविर में स्वास्थ्य विभाग से आए विशेषज्ञों ने स्वयंसेवियों को टी.बी. के सम्बंध में जानकारी दी। जिला पी.एम.डी.टी. एवं टी.बी.-एच.आई.वी. समन्वयक डॉ. नवल किशोर ने स्वयंसेवियों को टीबी संक्रमण के लिए उत्तरदायी कारक, उसके प्रमुख लक्षणों, उसके प्रसार के कारणों, बचाव के उपायों की जानकारी दी तथा टीबी नियंत्रण के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर विस्तार से प्रकाश डाला ।

जिला चिकित्सालय से ही प्रोग्राम मैनेजर डॉ. श्वेता दीक्षित ने स्वयंसेवियों को इस बारे में विस्तार से बताया कि टीबी से किस तरह के रोगों संक्रमित होने की ज्यादा संभावना होती है। बताया कि एड्स की बीमारी से ग्रसित लोगों का प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर होने के कारण उन लोगों के टीबी की बीमारी से संक्रमित का खतरा ज्यादा होता है ।

स्वास्थ्य विभाग के क्लिनिकल सर्विस ऑफीसर डॉ. जयंत नन्द जोशी ने टीबी के प्रसार में पशुओं की भूमिका के बारे में भी विस्तार से बताया । आपने स्वयंसेवियों को बताया कि हमें अपने दैनिक जीवन में साफ-सफाई के माध्यम से टीबी के बैक्टीरिया के प्रसार को रोकने का प्रयास करना चाहिए ।

स्वास्थ्य विभाग के टीबी हेल्थ विजिटर डॉ.विजय वर्मा ने स्वयं सेवियों को डायरेक्टली ऑब्जर्व्ड ट्रीटमेंट के बारे में विस्तार से बताया । आपने कहा कि दो हफ्ते से ज्यादा खांसी होने पर तुरन्त चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए । आपने टीबी से संक्रमित व्यक्तियों की मदद करने के लिए स्वयंसेवियों को सरकार द्वारा दिए जाने वाले विभिन्न प्रोत्साहनों के बारे में जानकारी दी।

राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. राजेश कुमार सिंह ने स्वास्थ्य और चिकित्सा विभाग से आए हुए विषय विशेषज्ञों के साथ टीबी जागरूकता के सम्बंध में किए गए अपने सर्वेक्षण से प्राप्त आंकड़ों को साझा करते हुए स्वयंसेवियों के जागरूकता स्तर की जानकारी दी और स्वयंसेवियों की शंकाओं के निराकरण का आग्रह किया ।

कार्यक्रम अधिकारी डॉ. दीपमाला ने टीबी से जुड़े विभिन्न वैज्ञानिक और चिकित्सकीय पहलुओं की जानकारी दी तथा स्वास्थ्य विभाग से आए सभी चिकित्सकों का इतनी महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए धन्यवाद किया । इस कार्यक्रम में समाजशास्त्र की विभाग प्रभारी प्रोफ़ेसर हेमलता सैनी , डॉ. अंचलेश कुमार , कार्यक्रम अधिकारी डॉ. राघवेन्द्र मिश्र तथा डॉ. रंजीता जौहरी ने शिविर के स्वयंसेवियों के साथ मिलकर विवेकानन्द पार्क में श्रमदान करते हुए महाविद्यालय परिसर को स्वच्छ बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया ।

इस अवसर पर टीबी जागरूकता के सम्बंध में एक पोस्टर प्रतियोगिता और स्लोगन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया । पोस्टर प्रतियोगिता में स्वयंसेवी नीतू मौर्य ने प्रथम, नैंसी ने द्वितीय तथा स्मृति छाबड़ा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया । इसी क्रम में स्लोगन प्रतियोगिता में अफशा अंजुम ने प्रथम, रजनी ने द्वितीय तथा पूजा विश्वाश ने तृतीय स्थान प्राप्त किया । निर्णायक मंडल में डॉ.कमला भारद्वाज, डॉ, रवीन्द्र कुमार सैनी तथा डॉ. विवेकानन्द पाठक शामिल रहे ।

कार्यक्रम में कुमायूं विश्विद्यालय छात्रसंघ सचिव हिमांशु सिंह, महाविद्यालय छात्रसंघ की उपाध्यक्षा केसु दास, उपाध्यक्ष आकाश कुमार, राष्ट्रीय स्वयंसेवा योजना के पूर्व स्वयंसेवी रमेश कोली ने लगातार उपस्थित रहकर स्वयंसेवियों को प्रोत्साहित किया । इस एकदिवसीय शिविर में मोहित, आलिम, कैलाश, पिंकी , बबिता, नेहा, रिया, प्रशान्त कुमार, नाजिश, धर्मेन्द्र कोरी सहित कुल 68 स्वयंसेवियों ने प्रतिभाग किया । महाविद्यालय के अनुसेवक संदीप सिंह डसीला ने कार्यक्रम में सहयोग कर कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया ।

Tirth Chetna

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *