नई टिहरी। राज्य स्थापना दिवस पर गवर्नमेंट पीजी कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में वक्ताओं ने राज्य की बेहतरी के लिए काम करने पर जोर दिया गया।
’उत्तराखंड राज्य स्थापना के दो दशकः दशा , दिशा और संभावनाएं विषय पर आयोजित गोष्ठी में मुख्य वक्ता डॉ मणिकांत साह ने विस्तार से विषय पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार के हम होंगे उसी प्रकार का उत्तराखंड बनेगा। इसलिए हम लोगों को स्वयं जागरूक और जिम्मेदार बनना होगा तभी एक विकसित उत्तराखंड बन सकता है।
इससे पूर्व विषय पर अपनी बात प्रस्तुत करते हुए डॉ. आरती खंडूरी ने उत्तराखंड राज्य आंदोलन के इतिहास और 20 वर्षों में उत्तराखंड राज्य की उपलब्धियों पर विस्तार से अपनी बात रखी । साथ ही उन्होंने आने वाली चुनौतियों और संभावनाओं का एक खाका भी प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग के डॉ. संजीव नेगी द्वारा किया गया। विचार गोष्ठी के अंत में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ रेनू नेगी ने उत्तराखंड आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आज हम सब लोगों का नैतिक दायित्व है कि जो जिस क्षेत्र में कार्यरत है वह उस क्षेत्र में ईमानदारी पूर्वक अपना कार्य करें।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ कविता काला , डॉक्टर पी सी पैन्यूली के अतिरिक्त डॉ डीपीएस भंडारी, डॉ आशा डोभाल, डॉ शालिनी रावत, डॉ. दीपेंद्र, डॉ. सत्येंद्र धौंडियाल, डॉ माधुरी, डॉ गुरुपद आदि उपस्थित थे।