ऋषिकेश। अच्छा भला संचालित हो रहा राज्य का एक मात्र ऑटोनोमस कॉलेज (गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, ऋषिकेश) अजीबो गरीब स्थिति में फंस गया है। राजनीति की वजह से कॉल्ेज रसूख खोने लगा है।
ऑटोनोमस कॉलेज उर्फ गवर्नमेंट पीजी कॉलेज उर्फ श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय का परिसर। जी हां, ऋषिकेश पीजी कॉलेज इन तीन सिस्टमों में बुरी तरह फंस गया है। इससे कॉलेज में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।
इसे विश्वविद्यालय की टोपी पहनाने वाले अब दूर-दूर तक नहीं दिखते। शहर के जागरूक लोगों की चुप्पी ने रही सकी कसर पूरी करके रख दी है। आने वाले दिनों में और स्पष्ट हो जाएगा कि राजनीति ने शहर से अच्छा कॉलेज छीन लिया।
बहरहाल, ताजा मामला पीजी कक्षाओं में एडमिशन का है। ऑटोनोमस के तहत स्नातक अंतिम वर्ष के छात्रों को रिजल्ट घोषित हो गया। मगर, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय और हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से स्नातक अंतिम वर्ष के छात्रों का रिजल्ट अभी तक घोषित नहीं हो सका है।
ऐसे में ऋषिकेश कॉलेज पीजी में एडमिशन शुरू नहीं कर पा रहा है। कॉलेज की ऑटोनोमस व्यवस्था के तहत स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा पास कर चुके छात्र एडमिशन के लिए लगातार कॉलेज में संपर्क कर रहे हैं।
कागजों में चल रही ऑटोनोमी के बावजूद कॉलेज प्रशासन कुछ करने की स्थिति में नहीं रह गया है। कॉलेज की प्रिंसिपल प्रो. सुधा भारद्वाज ने माना कि कॉलेजे में ऑटोनोमी के लिए स्नातक अंतिम वर्ष का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है।
पीजी क्लास में एडमिशन दो विश्वविद्यालयों में स्नातक अंतिम वर्ष का रिजल्ट घोषित न होने की वजह से नहीं हो पा रहे हैं।