ऋषिकेश। सरकार की तमाम अपीलों के बावजूद जिम्मेदार लोग सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे हैं। देखा देखी अब आम जनों में भी ऐसा देखा जा रहा है। इससे कोरोना संक्रमण का जोखिम बढ़ रहा है।
केरोना अभी समाप्त नहीं हुआ। इसे बेअसर करने की भी कोई दवा अभी तक नहीं है। सावधानी से ही इससे बचा जा सकता है। इसके लिए समय-समय पर सरकार लोगों को जागरूक करती रही है। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करने की बात प्रमुखता से शामिल है।
देखा जा रहा है कि जिम्मेदार लोग ही सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इसमें पॉलिटिकल क्लास सबसे आगे है। उनकी देखा देखी सोशल डिस्टेंसिंग की अनदेखी और मास्क न पहनने की बात आम हो रही है। अब स्थिति ये हैं। पब्लिक को सीधे डील करने वाले बगैर मास्क के दिख रहे हैं।
बगैर मास्क वालों के साथ टोका टाकी अब नहीं सुनी जा रही। सोशल डिस्टेसिंग तो जैसे को इश्यू ही नहीं रह गया है। ये खतरनाक और चिंता जनक है। जागरूक लोगों को इसके लिए आगे आना चाहिए। बहरहाल, स्थिति ये है कि बाजारों की भीड़ से कहीं नहीं दिख रहा कि कोरोना का दौर है। लोग हर स्तर पर लापरवाही कर रहे हैं।
सब्जी की ठेली से लेकर बड़ी दुकानों में ऐसे नजारे आम हो गए हैं। दुकानों में सोशल डिस्टेसिंग फॉलो नहीं हो रही है। कोढ़ पर खाज खरीददारी और दुकानदार भी बगैर मास्क के नजर आ रहे हैं। इससे कोरोना संक्रमण के बढ़ने की आशंका और बलवती हो रही है।