ऋषिकेश। देश के 11 राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश के स्कूली छात्रों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया ने वन अर्थ वन होम ने पर्यावरण शिक्षा आंदोलन शुरू किया है।
कोविड-19 के मददेनजर और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया विभिन्न ऑनलाइन माध्यमों से इसके लिए छात्रों के बीच पहुंच रही है। संबंधित पाठ्यक्रम 10 भाषाआें मै सभी छात्रों और शिक्षको क लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के दिक्षा मंच पर और बाकि सभी राज्य शिक्षा मंच पर उपलब्ध है।
विश्व स्तर पर, पर्यावरण शिक्षा को न केवल अल्पकालिक प्रोत्साहन के रूप में बल्कि हमारे बच्चों के दीर्घकालिक विकास और उनके सफल भविष्य के लिए एक आवश्यकता के रूप में भी मान्यता दी गई है। यह बच्चों और युवाओं के लिए एक तन्यक और सकारात्मक वातावरण बनाने का एक समाधान है।
लिविंग प्लैनेट रिपोर्ट 2020 के साथ डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया द्वारा शुरू की गई वन अर्थ वन होम पहल ने दुनिया भर में विनाशकारी पर्यावरणीय गिरावट और बच्चों को संरक्षण के दृष्टिकोण और स्थायी व्यवहार को अपनाकर अपने जीवन में बदलाव लाने के लिए प्रेरित करने पर इसके माध्यम से जोर दिया जा रहा है।
वन अर्थ वन होम के लिए देश भर में कक्षा एक से आठवीं तक सरकारी या सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के छात्र एक अच्छी तरह से निर्देशित डिजिटल यात्रा से गुजरेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि शिक्षा, कल्याण और कार्य एक साथ चलें। वन अर्थ वन होमटाइटिव 16 से अधिक राज्यों और भारत के 2 केंद्र शासित प्रदेशों में प्रभाव पैदा करेगा।
यह 11 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश (जम्मू और कश्मीर, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, असम, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश और बिहार) के राज्य सरकार और 8 समकक्षों, स्माइल फाउंडेशन और मिलियन स्पार्क्स फाउंडेशन के विभागों के साथ साझेदारी में लागू किया जा रहा है।