हरिद्वार। पेट्रोल डीजल की कीमतों में हुई बेतहाशा बढ़ोत्तरी से भाजपा की केंद्र सरकार के खिलाफ लोगों में नाराजगी बढ़ने लगी है।
देश में पेट्रोल डीजल के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं। विपक्ष भले ही इस मामले में सरकार को घेर नहीं पा रहा हो। मगर, आम लोगों इसको लेकर नाराजगी बढ़ने लगी है। कुछ-कुछ वैसे ही माहौल बन रहा है जैसे 2013 में यूपीए-दो की सरकार के खिलाफ बना था।
बहुत संभव है कि भाजपा के पास इसका फीडबैक भी होगा। जनता के बीच में भाजपा के खिलाफ बन रहे इस माहौल की भनक मेन स्ट्रीम के मीडिया लग नहीं रही है या कुछ और बात है। बहरहाल, तेल की कीमतों का असर बाजार पर भी दिखने लगा है। भाजपा की केंद्र सरकार इस पर चिंता व्यक्त कर रही है।
राहत के लिए राज्यों से सहयोग मांगा जा रहा है। इसके अलावा जनता को राहत देने का कोई धरातीय एक्शन अभी तक देखने को नहीं मिला है। केंद्र सरकार की चार साल की उपलब्धियों के बीच पेट्रोल-डीजल की कीमत एक तरह से खलल डाल रही हैं।