पौड़ी। स्कूलों की सुगम-दुर्गम श्रेणी शिक्षा विभाग के लिए मकड़जाल बन गया है। हाईकोर्ट पहुंच रहे तमाम मामलों का लिंक स्कूलों की श्रेणी पर आकर अटक रही है।
राज्य के स्कूली शिक्षा निदेशक आरके कुंवर समेत मंडलीय अधिकारी शिक्षक प्रकरणों पर हाईकोर्ट में हाजिरी लगाते-लगाते पस्त हो रहे हैं। महीने में कई बार विभागीय अधिकारियों को नैनीताल के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। इससे विभागीय सामान्य कामकाज प्रभावित हो रहा है।
हाल फिलहाल अधिकांश मामले शिक्षकों के स्थानांतरण से संबंधित हैं। कार्यमुक्त और कार्यभार ग्रहण कराने के मामले भी कोर्ट तक पहुंच रहे हैं। इसमें ऐसी ऐसी बातें सामने आ रही हैं कि विभागीय अधिकारी परेशान होने लगे हैं।
समय-समय पर नीति में हुए बदलाव, उच्च स्तर के अनुमोदन तक के मामलों पर अधिकारियों को कोर्ट में जवाब देना पड़ रहा है। ये देखा जा रहा है कि अधिकांश मामलों का स्कूलों की सुगम-दुर्गम श्रेणी से लिंक निकल रहा है।
कहा जा सकता है कि हाल फिलहाल प्रदेश का स्कूली शिक्षा विभाग स्कूलों के सुगम-दुर्गम के मकड़जाल में फंसा हुआ है। इससे बाहर निकलने का रास्ता विभागीय अधिकारियों को नहीं सूझ रहा है।