ऋषिकेश। समाज में सकारात्मकता, युवाओं में कुछ करने का जज्बा और अनुशासन के लिए जरूरी है कि स्कूल स्तर पर स्पोर्टस को प्रमोट किया जाए।
ये कहना है गवर्नमेंट पीजी कॉलेज के पूर्व खेल प्रमुख प्रो. जगदीश बिष्ट का। सेवानिवृत्ति के बाद ऋषिकेश में रह रहे प्रो.बिष्ट ने हिन्दी न्यूज पोर्टल www.tirthchetna.com से राज्य में स्पोर्टस की दशा और दिशा कैसे है और कैसे होनी चाहिए पर विस्तार से बातचीत की।
प्रो. बिष्ट का कहना है कि ऋषिकेश कॉलेज ने स्पोर्टस में क्षेत्र को व्यापक पहचान दी। तब माहौल था और प्रोत्साहन मिलता था। अब व्यवस्थागत खामियों से स्पोर्टस को तवज्जो नहीं मिल पा रही है। ये चिंता की बात है।
विश्वविद्यालय की अधिकांश स्पोर्टस इवेंट में ऋषिकेश कॉलेज का दखल होता था। नॉर्थ जोन से लेकर ऑल इंडिया स्तर पर कॉलेज के छात्रों ने प्रतिभाग किया। आज विभिन्न स्थानों पर ऋषिकेश कॉलेज से निकले छात्र स्पोर्टस के क्षेत्र में सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य की बेहतरी और समाज में सकारात्मकता के लिए जरूरी है कि स्कूल स्तर पर स्पोर्टस को प्रमोट किया जाए। स्पोर्टस का माहौल होगा तो नौनिहालों में कुछ करने का जज्बा पैदा होगा। अनुशासन का माहौल बनेगा।
उन्होंने चिंता व्यक्त की कि अब स्कूल स्तर पर स्पोर्टस एक तरह से समाप्त होने लगा है। स्कूलों में स्पोर्टस टीचर से इत्तर कार्य लिए जा रहे हैं। इससे राज्य को कई तरह का नुकसान हो रहा है। आने वाले समय में ये नुकसान और अधिक स्पष्ट दिखेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य के नीति नियंताओं को इस पर गौर करना चाहिए।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ब्लॉक और तहसील स्तर पर स्पोर्टस संकुल बनाए जाने चाहिए। इसके माध्यम से खेलों का माहौल बनाया जा सकता है। कहा कि स्पोर्टस को भी राज्य की पहचान के रूप में स्थापित किया जा सकता है।