देहरादून। राज्य में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच सरकार ने बगैर कोविड-19 की निगेटिव रिपोर्ट के लिए राज्य को सैर सपाटे के लिए खोल दिया है। सवाल उठ रहा है कि आखिर ये जोखिम किसके लिए उठाया जा रहा है।
अनलॉक की प्रक्रिया के साथ ही बुधवार से राज्य में पर्यटकों की आवाजाही को पूरी तरह से खोल दिया गया है। ये सरकार का अच्छा निर्णय है। पर्यटन गतिविधि शुरू होनी चाहिए। मगर, सावधानी के साथ। ताकि कोरोना काल में कोई जोखिम जैसी बात न हो।
पहले सरकार ने निर्णय लिया था कि कोविड-19 की निगेटिव रिपोर्ट के साथ ही पर्यटक राज्य में आ सकेंगे। अब इस निर्णय को वापस ले लिया गया है। यही नहीं होटल में दो दिन रूकने की बाध्यता को भी समाप्त कर दिया गया है। इससे जोखिम बढ़ने की आशंका है।
देश के किसी भी हिस्से से पर्यटक स्मार्ट सिटी वेब पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराकर राज्य में आ सकता है। जिस होटल में पर्यटक रूकेंगे उन पर सरकार ने जिम्मेदारी थोप दी है कि किसी पर्यटक में कोरोना संक्रमण की आशंका या लक्षण दिखने पर उन्हें प्रशासन को अवगत कराना होगा।
अब सवाल उठ रहा है कि जिस राज्य में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा हो। कोरोना से मौत का आंकड़ा बढ़ रहा हो वहां बगैर निगेटिव रिपोर्ट के पर्यटकों को आने देने की अनुमति आखिर क्यों दी जा रही है। आखिर ये जोखिम किसके लिए उठाया जा रहा है।
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1 Comment
Dhananjay
राज्य में इस प्रकार लोगों का बिना जांच का आना उन लोगों के बड़े खतरे की बात है जिन्हें अपनी और अपनों की जान की परवाह है