ऋषिकेश। उत्तराखंड सरकार ने अजीबोगरीब निर्णय लिया है। निर्णय ये कि आदिधाम श्री बदरीनाथ समेत चारधामों की यात्रा सिर्फ उत्तराखंड के लोग ही कर सकेंगे। जानकार मानते हैं कि इससे देश में गलत संदेश जाएगा। धार्मों का अखिल भारतीय स्वरूप को लेकर सवाल खड़े होंगे।
उत्तराखंड देवस्थानम बोर्ड द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि एक जुलाई से अग्रिम आदेशों तक उत्तराखंड के लोग ही कुछ शर्तों के साथ श्री बदरीनाथ, श्री केदारनाथ, श्री गंगोत्री और श्री यमुनोत्री धाम की यात्रा और दर्शन कर सकेंगे।
किसी भी धाम में यात्रा करने वाला व्यक्ति एक दिन ही रह सकेगा। मंदिरों के गर्भगृह में जाने की किसी भी यात्री को अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा कोविड-19 से सुरक्षा से संबंधित कुछ शर्तों का अनुपालन करना होगा।
सरकार के इस निर्णय पर सवाल खड़े हो रहे हैं। वजह ये है कि चारधाम भले ही उत्तराखंड राज्य में हों। मगर, धामों की यात्रा करने वालों में देश के अन्य राज्यों के लोगों की संख्या अधिक होती है। चारधाम यात्रा से जुड़े लोग इस बात को अच्छे से समझते हैं।
ऐसे में सिर्फ उत्तराखंड के लोगों के लिए यात्रा खोलने का क्या मतलब हो सकता है। इस पर लोग सवाल कर रहे हैं। जानकार मानते हैं कि इससे देश में गलत संदेश जाएगा। धार्मों का अखिल भारतीय स्वरूप को लेकर सवाल खड़े होंगे।