ऋषिकेश। योग की अंतर्राष्ट्रीय राजधानी ऋषिकेश पर कुछ एनजीओ की नजर लग गई है। एनजीओ अब योग को मनोरंजन की तरह परोसने की तैयारी कर रहे हैं।
योग नगरी ऋषिकेश के योग प्रशिक्षित युवा देश ही नहीं विदेशों में भी योग को बेहतर प्रोजेक्शन दे रहे हैं और अच्छा नाम कमा रहे हैं। स्थानीय स्तर पर भी दर्जनों योगशालाएं बेहतर काम कर रही हैं। इससे लोग खूब लाभ उठा रहे हैं। साथ ही योग की मर्यादा भी बनी हुई हैं।
योग की अंतर्राष्ट्रीय राजधानी ऋषिकेश को मिले प्रोजेक्शन पर अब कुछ बड़े शहरों के एनजीओ और चंट चालाक लोगों की की नजर लग गई है। योग के बहाने उक्त एनजीओ तीर्थनगरी में अपनी दुकानें सजाने का प्रयास कर रहे हैं।
स्वयं को उत्तराखंड में विकास की अलख जगाने वाला साबित कर रहे हैं। इसके लिए योग को मनोरंजन बनाया जा रहा है। ये योग और उसकी शालीनता के साथ मजाक की शुरूआत है। इस काम में जाने अनजाने कुछ राजनीतिज्ञ भी ऐसे लोगों के साथ खड़े दिखते हैं।