उद्यमिता को लेकर गवर्नमेंट पीजी कॉलेज उत्तरकाशी के छात्र/छात्राओं के बड़े सपने

उद्यमिता को लेकर गवर्नमेंट पीजी कॉलेज उत्तरकाशी के छात्र/छात्राओं के बड़े सपने
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दो दिवसीय बूट कैंप में छात्रों ने स्टार्टअप और इंटरप्रेनरशिप पर रखे विचार

तीर्थ चेतना न्यूज

उत्तरकाशी। उद्यमिता को लेकर गवर्नमेंट पीजी कॉलेज के छात्र/छात्राओं के बड़े सपने हैं। उनके पास विचार हैं और पुरखों से विरासत में मिली उद्यमशीलता।

गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, उत्तरकाशी के प्रेक्षागृह में उच्च शिक्षा निदेशालय तथा देवभूमि उद्यमिता योजना के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय स्टार्टअप बूट कैम्प उद्यमिता केंद्र की स्थापना के साथ संपन्न हो गया। प्रो. अनिरुद्ध गर्ग (सेवनिवृत प्रोफेसर, पंजाब कृषि विश्वविध्यालय) ने बताया कि छात्रों को इन्टरप्रेनेयर बनने के लिए जीवन में खतरा उठाने का साहस, हिम्मत तथा तकनीकी ज्ञान जरूर होना चाहिए।

विज्ञानेश्वर प्रसाद डंगवाल (उद्यमिता विशेषज्ञ), ने अपने स्वयं के स्वरोजगार घराट तथा बिजली उत्पादन को विस्तार से समझाया। मुकुल वेदी (इ डी आइ आइ अहमदाबाद) ने छात्रों के सभी आइडियास सुने तथा उनको बताया की किस प्रकार वे अपने रोजगार , स्टार्टअप का सही तरीके से बजारीकरण किया जा सकता है।

वीरेंद्र अवस्थी (सेबी) ने ‘म्यूचूअल फंड के माध्यम से अपने धन को किस प्रकार बढ़ाया जा सकता है’ विषय पर अपने विचार रखे। बूट कैम्प में अनेकों छात्रों ने अपने बिजनस आइडियास प्रस्तुत किए। पी जी कॉलेज उत्तरकाशी की छात्रा खुशी नौटियाल ने जानवरों के लिए एनिमल शेल्टर होम, नीतिका ने मंदिर के अवशेष फूलों से हर्बल अगरबत्ती, सौंदर्यप्रसाधन के उत्पाद, प्रीतिका ने मशरुम की खेती, रोहित ने पहाड़ों में उपलब्ध जल संसाधनों से मिनेरल वाटर, पॉलीटेक्नीक के छात्र रोहित ने जैविक खाद , जी जी आइ सी की अमीषा ने गढ़वाल कुमाऊँ की परंपरागत गहने, अभिनव का लोकल खाद्य पदार्थ आदि विभिन्न विषय पर अपने विचार रखे।

छात्रा आरती ने रिंगाल से बने हस्तशिल्प उत्पाद पर अपना बिसनेस्स विचार रखा। आरती वर्तमान में अपने हस्त शिल्प उत्पादों से 4000 से 5000 रुपया प्रति माह काम रही है। प्रो मधु थपलियाल ने बताया कि अब देहरादून उद्यमिता विकास सचिवालय में उत्कृष्ट उद्यमियों के स्टार्टअप आइडिया का चयन होगा।इस कैम्प में उत्तरकाशी जिले से कुल 380 रेजिस्ट्रेशन हुए।

इसके साथ ही कॉलेज के मुख्य परिसर में देवभूमि उधयमिता केंद्र की स्थापना की गई। जिसमें महाविद्यालय के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी एस एन सेमवाल, इ डी आई आई के मुकुल वेदी, महाविद्यालय की देवभूमि उधयमिता योजना की नोडल प्रो मधु थपलियाल, डॉ वी आर खंडूड़ी, डॉ प्रीति, डॉ शिक्षा, मेन्टर डॉ अंजना , छात्र छात्राएं एवं समस्त कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।

यह केंद्र समय समय पर छात्रों के उन्नयन हेतु विभिन्न योजनाओं को संचालित करता रहेगा। कॉलेज की देवभूमि उधयमिता योजना की नोडल प्रो मधु थपलियाल ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया तथा सभी वक्ताओं को दूर दूर से उत्तरकाशी आकर छात्रों का मार्गदर्शन करने हेतु आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर महाविद्यालय के स्किल डेवलपमेंट समिति तथा कैरियर कॉउनसेलिंग समिति के सभी सदस्य डॉ तिलक राम प्रजापति, डॉ वीर राघव खनडुरी, डॉ लोकेश सेमवाल, डॉ प्रवीण भट्ट, डॉ सुभाष व्यास, डॉ अंजना रावत, डॉ अनामिका छेत्री, डॉ परदेव, डॉ ऋचा बधानी, डॉ मधु, मंजीरा देवी कालेज हिटाणु के नवीन नौटियाल, राजेश कोहली, आशीष काँड़पाल, पालीटेक्निक, लदारी के विवेक पश्चिमी, सुश्री कृष्णा राणा, प्रीति चौहान, सुभास पाल सहित समस्त प्राध्यापक उपस्थित रहे।

देवभूमि उद्यमिता योजना की नोडल प्रो. मधु थपलियाल ने बताया कि दो दिवसीय कार्यक्रम में मेन्टर डॉ अंजना रावत, स्किल डेवलपमेंट समिति, कैरियर कॉउनसेलिंग समिति के सभी सदस्य, उत्तरकाशी जिले के सभी महाविद्यालय,मंजीरा देवी कालेज हिटाणु, पिटस बी एड कॉलेज नैताला, पालीटेक्निक, आइ टी आइ ,जी जी आइ सी आदि के छात्र छात्राएं उपस्थिति रहे।

Tirth Chetna

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